लखनऊ।
मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MMMUT), गोरखपुर के सीनियर प्रोफेसर उमेश चंद्र जायसवाल का आज दोपहर दुखद निधन हो गया। वे बीते कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे और लखनऊ के सहारा अस्पताल में भर्ती थे। आज करीब दोपहर 1:30 बजे उन्होंने वहीं अंतिम सांस ली। इस खबर के सामने आते ही विश्वविद्यालय परिसर में शोक की लहर दौड़ गई।
58 वर्षीय प्रो. जायसवाल आईटी एंड कंप्यूटर एप्लिकेशन विभाग में प्रोफेसर थे। अपने लंबे करियर में उन्होंने सिर्फ पढ़ाया ही नहीं, बल्कि विश्वविद्यालय के कई महत्वपूर्ण प्रशासनिक पदों की जिम्मेदारी भी बखूबी निभाई। इस समय वे अधिष्ठाता (संकाय मामले) के रूप में कार्यरत थे। इसके अलावा वे तीन बार कुलसचिव, आईटीआरसी के अध्यक्ष, और कंप्यूटर साइंस विभागाध्यक्ष भी रह चुके थे।
उनकी शुरुआत बतौर लेक्चरर वर्ष 1989 में तत्कालीन मदन मोहन मालवीय इंजीनियरिंग कॉलेज में हुई थी। साल 2017 से वे प्रोफेसर पद पर कार्यरत थे। उनके निधन ने विश्वविद्यालय को एक गहरी क्षति पहुंचाई है।
आज दोपहर 4 बजे, विश्वविद्यालय के नवीन प्रशासनिक भवन में एक शोकसभा आयोजित की गई। विश्वविद्यालय के कुलपति की अध्यक्षता में हुए इस कार्यक्रम में दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दी गई और प्रो. जायसवाल के परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की गई।
एक समर्पित शिक्षक और कुशल प्रशासक को भावभीनी श्रद्धांजलि।