गाजीपुर (सेवराई) – गाजीपुर जिले के सेवराई तहसील क्षेत्र में गंगा और उसकी सहायक नदियों के जलस्तर में वृद्धि से बाढ़ की स्थिति गंभीर होती जा रही है। दर्जनों गांव जलमग्न हो चुके हैं और ग्रामीणों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
बाढ़ की स्थिति का समीक्षा और निरीक्षण करने के लिए उपजिलाधिकारी लोकेश कुमार सिंह ने रविवार शाम बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने ग्रामीणों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याएं जानीं और प्रशासन की ओर से की जा रही तैयारियों की जानकारी दी।
🚤 राहत और बचाव कार्य तेज:
- 5 नावों की व्यवस्था की गई है ताकि आपात स्थिति में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके।
- 15 बाढ़ चौकियों की स्थापना की गई है, जो चौबीसों घंटे लोगों की मदद के लिए सक्रिय रहेंगी।
- राजस्व और राहत दलों को हल्का क्षेत्रों में तैनात किया गया है।
🗣️ उपजिलाधिकारी ने क्या कहा?
उपजिलाधिकारी लोकेश कुमार सिंह ने कहा:
“प्रभावित परिवारों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी। प्रशासन हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त संसाधनों की व्यवस्था भी की जाएगी। लोग किसी भी समस्या के लिए सीधे मुझसे संपर्क कर सकते हैं।”
📌 प्रशासन की सक्रियता:
- हर गांव की निगरानी के लिए स्थानीय लेखपाल और राजस्व अधिकारी नियुक्त किए गए हैं।
- पेयजल, राशन, दवा और शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाओं को जल्द उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया गया।
- बाढ़ संभावित क्षेत्रों की लगातार निगरानी के निर्देश दिए गए हैं।
🙏 जनता की मांग:
स्थानीय निवासियों ने तत्काल राहत सामग्री, पशुओं के चारे और शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की मांग की। कुछ लोगों ने बिजली कटौती और स्कूलों में जलभराव की समस्या को भी उठाया।
✅ निष्कर्ष:
प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। बाढ़ से प्रभावित गांवों में राहत पहुंचाने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। उपजिलाधिकारी का क्षेत्रीय दौरा और सीधा संवाद प्रशासन की संवेदनशीलता और तत्परता को दर्शाता है। जनता से अपील है कि अफवाहों से बचें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
📞 आपात स्थिति में संपर्क करें: बाढ़ नियंत्रण कक्ष – [स्थानीय नंबर]
📍 अधिक जानकारी के लिए तहसील कार्यालय से संपर्क करें।