✈️ क्या हुआ?
उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में स्थित पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने सोमवार सुबह 11:30 बजे से 4 घंटे तक हवाई अभ्यास किया।
इस एयर ड्रिल में सुखोई, मिराज जैसे अत्याधुनिक फाइटर जेट्स और हेलीकॉप्टरों ने भाग लिया।
🔹 Touch and Go अभ्यास किया गया – यानी विमान रनवे को छूते हैं और बिना रुके फिर उड़ान भरते हैं।
🔹 3.2 किमी लंबी एयरस्ट्रिप पर यह अभ्यास हुआ।
🔹 इसके लिए 12 किलोमीटर का क्षेत्र आम जनता के लिए सील कर दिया गया था।
👨✈️ जनता में उत्साह, सुरक्षा में तैनात एजेंसियां
- आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग यह नजारा देखने पहुंचे।
- UPDA और स्थानीय प्रशासन ने पूरी व्यवस्था की।
- यूपी पुलिस और सुरक्षाबल इलाके में तैनात रहे ताकि कोई अव्यवस्था न हो।
🕰️ ऐसा पहली बार नहीं हुआ…
16 नवंबर 2021 को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन समारोह में भी एयर शो हुआ था:
- PM नरेंद्र मोदी को लेकर C-130J हरक्युलिस विमान एक्सप्रेसवे पर उतरा था।
- सुखोई, जगुआर और मिराज ने हवाई करतब दिखाए थे।
यह भारत में पहला मौका था जब कोई प्रधानमंत्री सीधे फाइटर रनवे पर विमान से पहुंचे थे।
🛣️ पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की खास बातें:
📌 विशेषता | विवरण |
---|---|
लंबाई | 341 किलोमीटर |
शुरुआत | लखनऊ |
अंत | गाजीपुर |
निर्माण अवधि | अक्टूबर 2018 – सितंबर 2021 |
लागत | ₹22,494 करोड़ |
निगरानी संस्था | उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEDA) |
एयरस्ट्रिप की लंबाई | 3.2 किमी (हवाई अभ्यास के लिए विशेष रूप से तैयार) |
🛠️ हवाई पट्टी की मरम्मत:
- यह रनवे सेक्शन 11 जून 2025 से मरम्मत कार्य में था।
- मरम्मत पूरी होने के बाद UPDA ने इसे वायुसेना को सौंप दिया।
- 25 जून के बाद यह सेक्शन सामान्य ट्रैफिक के लिए फिर से खोला जाएगा।
🛡️ इस अभ्यास का उद्देश्य क्या है?
- आपातकालीन परिस्थितियों में हाईवे को सैन्य रनवे के रूप में इस्तेमाल करने की क्षमता को परखना।
- उत्तर प्रदेश के रणनीतिक महत्व को देखते हुए ऐसी हवाई पट्टियाँ भविष्य के लिए डुअल यूज इंफ्रास्ट्रक्चर बन चुकी हैं।
- यह ड्रिल भारत की हवाई सुरक्षा तैयारियों और रोड इन्फ्रास्ट्रक्चर की मजबूती का भी प्रमाण है।
📽️ VIDEO देखना चाहते हैं?
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर लड़ाकू विमानों की धमाकेदार लैंडिंग और टेकऑफ का वीडियो जल्द ही यूपीडा और रक्षा मंत्रालय के आधिकारिक प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध होगा।
✅ निष्कर्ष:
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे न सिर्फ आम जनता के लिए हाई स्पीड कनेक्टिविटी का साधन है, बल्कि भारत की सुरक्षा रणनीति में एक अहम भूमिका निभा रहा है।
वायुसेना के इस अभ्यास ने यह साफ कर दिया है कि जरूरत पड़ने पर भारत का सड़क नेटवर्क भी रणभूमि में बदल सकता है।
🇮🇳 “सड़कें सिर्फ सफर के लिए नहीं, सुरक्षा के लिए भी हैं।”