चंदौली।
जिले में अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की शुरुआत कर दी है। जिले के 5 शस्त्र लाइसेंसधारकों के लाइसेंस रद्द कराने की रिपोर्ट जिला प्रशासन को भेजी गई है। इन सभी लोगों पर गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, और इन्हें समाज की शांति व सुरक्षा के लिए खतरा माना जा रहा है।
SP ने DM को भेजी रिपोर्ट, कड़ा संदेश
पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे के निर्देश पर शस्त्र अधिनियम के तहत नियमों का पालन करते हुए, संबंधित थाना प्रभारियों व सीओ रैंक अधिकारियों की संस्तुति के आधार पर यह रिपोर्ट जिलाधिकारी चंदौली को भेजी गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन लाइसेंसधारकों के खिलाफ आपराधिक मामलों में एफआईआर दर्ज हैं और इनका आचरण सार्वजनिक सुरक्षा के लिए ठीक नहीं है।
ये हैं वे 5 असलहाधारी जिन पर कार्रवाई की सिफारिश की गई:
थाना कन्दवा अंतर्गत:
- चन्द्रभूषण सिंह
- पिता: राम अवध सिंह
- निवासी: महुजी
- मुकदमा संख्या: 51/2020
- धारा: 307 आईपीसी (जानलेवा हमला)
- महेन्द्र यादव
- पिता: राधे यादव
- निवासी: सुढना
- मुकदमा संख्या: 126/2015
- धाराएं: 147, 148, 149, 323, 504, 506, 452, 427, 325 आईपीसी
(मारपीट, बलवा, धमकी, घर में घुसकर हमला, तोड़फोड़ आदि)
- नवनीत कुमार सिंह
- पिता: वीरेन्द्र सिंह
- निवासी: घोसवां
- मुकदमा संख्या: 262/2024
- धाराएं: 191(2), 115(2), 151(2), 324(2) BNS
(नए आपराधिक कानून के तहत दर्ज मामले)
- सुरज कुमार सिंह
- पिता: विरेन्द्र प्रताप सिंह
- निवासी: घोसवां
- मुकदमा संख्या: 262/2024
- धाराएं: 191(2), 115(2), 151(2), 324(2) BNS
(नवनीत सिंह के साथ ही अभियुक्त)
थाना सकलडीहा अंतर्गत:
- रमेश कुमार यादव
- पिता: स्व. रामराज यादव
- निवासी: पचखरी
(विस्तृत धाराएं रिपोर्ट में नहीं दी गईं)
क्यों की जा रही है ये कार्रवाई?
पुलिस का कहना है कि जिले में कानून-व्यवस्था को मजबूत बनाए रखने के लिए यह एक जरूरी कदम है। अपराध में लिप्त लोगों के पास असलहा होना समाज के लिए खतरा बन सकता है। इसीलिए शस्त्र लाइसेंसों की नियमित समीक्षा की जा रही है।
👉 निष्कर्ष:
यह कार्रवाई न सिर्फ एक सख्त चेतावनी है, बल्कि कानून तोड़ने वालों के खिलाफ प्रशासन की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति को भी दर्शाती है। अब देखना यह है कि जिलाधिकारी क्या फैसला लेते हैं और आगे कितने और लाइसेंसधारियों पर गाज गिरती है।