हेत्तमपुर (सकलडीहा), चंदौली।
चंदौली जिले के कमालपुर क्षेत्र के इनायतपुर गांव में रविवार को एक कच्चा मकान अचानक गिर पड़ा, जिसकी चपेट में आकर दो मासूम बच्चियां गंभीर रूप से घायल हो गईं। हादसे में 7 महीने की सिवानी और 5 साल की आंचल मलबे में दब गईं। दोनों की हालत नाज़ुक बताई जा रही है और उन्हें वाराणसी ट्रामा सेंटर रेफर किया गया है।
क्या हुआ था उस दिन?
घटना उस वक्त हुई जब घर के मुखिया अंगद राजभर रोपाई के लिए खेत गए थे और अपने तीन बेटियों और एक बेटे को घर पर छोड़ गए थे। दिनभर की बारिश थमने के बाद शाम करीब 4 बजे अचानक मकान भरभराकर गिर गया।
जब पिता और मां गायत्री देवी घर पहुंचे, तो मंजर दिल दहला देने वाला था। गांववालों की मदद से मलबे से बच्चियों को बाहर निकाला गया, और फिर 108 नंबर एंबुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाया गया।
हालत क्यों है इतनी गंभीर?
डॉक्टरों के मुताबिक, 7 महीने की सिवानी को अंदरूनी गंभीर चोटें आई हैं और उसके कान से लगातार खून बह रहा है। वहीं 5 साल की आंचल को भी कई अंदरूनी चोटें लगी हैं। दोनों की हालत को देखते हुए उन्हें तुरंत ट्रामा सेंटर भेजा गया।
हादसे के पीछे की लापरवाही
पीड़ित पिता अंगद राजभर ने बताया कि हादसे की असली वजह तालाब की मेड़ की टूट-फूट है। उन्होंने कहा कि कई बार प्रशासन से मेड़ बंदी की मांग की गई थी, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। यदि समय पर यह काम हो गया होता, तो आज उनका परिवार सुरक्षित होता।
सवाल खड़े करती है ये घटना
जहां एक तरफ सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के विकास की बात करती है, वहीं दूसरी तरफ एक छोटे से इंतज़ाम की अनदेखी ने दो मासूमों की जान पर बना दी है। प्रशासन की लापरवाही ने एक परिवार को संकट में डाल दिया है।
अब इंतज़ार है मदद और जवाबदेही का
परिजनों की हालत रो-रोकर बेहाल है और अब उन्हें सिर्फ इस बात का इंतज़ार है कि सरकार और प्रशासन कोई मदद का हाथ बढ़ाए और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो।
हमारी दुआएं मासूमों के साथ हैं।
ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए अब सख्त कदम उठाना बेहद जरूरी है।