गोरखपुर: नगर विकास की रफ्तार अब और तेज होने जा रही है! गोरखपुर नगर निगम जल्द ही 100-150 करोड़ रुपये का म्यूनिसिपल बॉण्ड जारी करने जा रहा है। इस महत्वाकांक्षी योजना को लेकर नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल की अध्यक्षता में शनिवार को एक अहम बैठक हुई, जिसमें संपत्तियों के मूल्यांकन और बॉण्ड की प्रक्रिया की गहन समीक्षा की गई।
📌 क्या है म्यूनिसिपल बॉण्ड?
म्यूनिसिपल बॉण्ड दरअसल एक तरह का लोन होता है जिसे नगर निगम जनता या निवेशकों से लेता है। इसके जरिए मिलने वाली रकम को शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाओं के विकास में लगाया जाता है।
📊 1000 करोड़ की संपत्ति का हो चुका है मूल्यांकन
बैठक में जानकारी दी गई कि अब तक नगर निगम ने करीब 1000 करोड़ रुपये की संपत्तियों का मूल्यांकन कर लिया है। नगर आयुक्त ने निर्देश दिया कि ये मूल्यांकन पूरी तरह से जिलाधिकारी (DM) सर्किल रेट और कंस्ट्रक्शन वैल्यू के आधार पर होना चाहिए, ताकि पारदर्शिता बनी रहे।
🏛️ कौन-कौन रहा बैठक में शामिल?
बैठक में कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे, जिनमें शामिल हैं:
- अपर नगर आयुक्त प्रथम दुर्गेश मिश्र
- अपर नगर आयुक्त द्वितीय निरंकार सिंह
- अपर नगर आयुक्त तृतीय प्रमोद कुमार
- लेखाधिकारी नरेंद्र सिंह
- मुख्य अभियंता अमित शर्मा
- महाप्रबंधक जलकल रघुवेंद्र कुमार
- मुख्य कर निर्धारण अधिकारी
सभी को संबंधित कार्यों की जिम्मेदारी सौंप दी गई है।
🧾 बॉण्ड से जुड़ी तैयारियां और अहम फैसले
- सोमवार को आर्किटेक्ट आशीष श्रीवास्तव की मौजूदगी में अगली बैठक होगी।
- म्यूनिसिपल बॉण्ड कमेटी के गठन की रूपरेखा पेश की गई और उसे मंजूरी भी मिल गई।
- जलकल बिल्डिंग (गोलघर) की भूमि नगर निगम के नाम दर्ज कराने की प्रक्रिया तेज करने के निर्देश दिए गए।
- शहर के अन्य क्षेत्रों का निरीक्षण कर जलकल विभाग द्वारा आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
📣 क्या होगा आगे?
बैठक में ये भी तय किया गया कि म्यूनिसिपल बॉण्ड से जुड़े सभी जरूरी कागज़ात जल्द एकत्र किए जाएं। इसके अलावा:
- RFP (Request for Proposal)
- लीगल एडवाइजर
- क्रेडिट रेटिंग एजेंसी
- मर्चेंट बैंकर
- रजिस्टर्ड ट्रांसफर एजेंट
- बॉण्ड ट्रस्टी
की नियुक्ति हेतु विज्ञापन राष्ट्रीय समाचार पत्रों और यूपी ई-टेंडर पोर्टल पर जारी किए जाएंगे।
🏙️ क्या होगा जनता को फायदा?
म्यूनिसिपल बॉण्ड के जरिए जुटाई गई राशि से गोरखपुर में:
- सड़कों का विकास
- सीवर व जल निकासी व्यवस्था
- स्ट्रीट लाइट्स
- स्मार्ट पार्किंग
- डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर
जैसी परियोजनाओं को तेज़ी से आगे बढ़ाया जाएगा।